शुभम
सत्य से बड़ा तो ईश्वर भी नहीं
क्या बुद्धि, सफलता और समृद्धि प्रदाता श्री गणेश जी हैं?
भगवान गणेश हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है।
गणेश जी के प्रमुख गुण:
- विघ्नहर्ता: वे सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने वाले हैं।
- बुद्धि प्रदायक: गणेश जी बुद्धि, विवेक और ज्ञान प्रदान करते हैं।
- सौभाग्यवर्धक: वे सौभाग्य, समृद्धि और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
गणेश जी का स्वरूप:
- हाथी का सिर: उनका सिर हाथी का है, जो ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है।
- चार हाथ: उनके चार हाथ हैं, जिनमें वे क्रमशः पाश, अंकुश, मोदक और वरमुद्रा धारण करते हैं।
- मूषक वाहन: उनका वाहन मूषक है, जो बुद्धि और विवेक का प्रतीक है।
गणेश जी की पूजा:
गणेश जी की पूजा विभिन्न तरीकों से की जाती है। कुछ लोग उन्हें घर में स्थापित करके पूजा करते हैं, जबकि अन्य लोग मंदिर में जाकर पूजा करते हैं। गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं, इसलिए उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है।
गणेश चतुर्थी:
गणेश चतुर्थी गणेश जी का जन्मदिन है और इसे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और दस दिनों तक उनकी पूजा करते हैं। दसवें दिन गणेश जी की विदाई की जाती है और उनकी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।
गणेश जी का महत्व:
गणेश जी का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। वे बुद्धि, विवेक, सौभाग्य और समृद्धि के देवता हैं। उनकी पूजा करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है।
गणेश जी के प्रमुख गुण:
- विघ्नहर्ता: वे सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने वाले हैं।
- बुद्धि प्रदायक: गणेश जी बुद्धि, विवेक और ज्ञान प्रदान करते हैं।
- सौभाग्यवर्धक: वे सौभाग्य, समृद्धि और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
गणेश जी का स्वरूप:
- हाथी का सिर: उनका सिर हाथी का है, जो ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है।
- चार हाथ: उनके चार हाथ हैं, जिनमें वे क्रमशः पाश, अंकुश, मोदक और वरमुद्रा धारण करते हैं।
- मूषक वाहन: उनका वाहन मूषक है, जो बुद्धि और विवेक का प्रतीक है।
गणेश जी की पूजा:
गणेश जी की पूजा विभिन्न तरीकों से की जाती है। कुछ लोग उन्हें घर में स्थापित करके पूजा करते हैं, जबकि अन्य लोग मंदिर में जाकर पूजा करते हैं। गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं, इसलिए उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है।
गणेश चतुर्थी:
गणेश चतुर्थी गणेश जी का जन्मदिन है और इसे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और दस दिनों तक उनकी पूजा करते हैं। दसवें दिन गणेश जी की विदाई की जाती है और उनकी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।
गणेश जी का महत्व:
गणेश जी का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। वे बुद्धि, विवेक, सौभाग्य और समृद्धि के देवता हैं। उनकी पूजा करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है।
पञ्चाङ्ग कैलेण्डर 02 Dec 2024 (उज्जैन)
आज का पञ्चाङ्ग
दिनांक: 2024-12-02
मास: मार्गशीर्ष
दिन: सोमवार
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: प्रतिपदा तिथि 12:43 PM तक उपरांत द्वितीया
नक्षत्र: नक्षत्र ज्येष्ठा 03:45 PM तक उपरांत मूल
शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त - 11:49 AM – 12:31 PM
राहु काल: 8:19 AM – 9:36 AM
यमघंट: 10:53 AM – 12:10 PM
शक संवत: 1946, क्रोधी
विक्रम संवत: 2081, पिंगल
दिशाशूल: पूरब
आज का व्रत त्यौहार: इष्टि